सेंसेक्स में 1200 अंक की गिरावट, निफ्टी 1.77% गिरा: वन मंत्री द्वारा एसटीटी और एलटीसीजी में बदलाव के बाद मार्केट में बड़ी गिरावट

सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट

23 जुलाई, 2024 को भारतीय घरेलू स्टॉक मार्केट के दो मुख्य इंडेक्स, सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट दर्ज की गई। यह गिरावट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा यूनियन बजट 2024-25 में किए गए उपायों के बाद आई है। सेंसेक्स में 1,200 अंकों की गिरावट दर्ज की गई और इसने इंट्रा-डे ट्रेड्स में 79,224.41 का न्यूनतम स्तर छुआ। वहीं, निफ्टी में 435.09 अंकों की गिरावट आई और यह 24,074.20 के न्यूनतम स्तर पर आ गया।

वित्त मंत्री के प्रस्तावित बदलाव

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यूनियन बजट 2024-25 में कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं, जिनमें सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स (एसटीटी) और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस (एलटीसीजी) में बढ़ोतरी शामिल है। एफ एंड ओ (फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस) सेगमेंट के लिए एसटीटी को 0.02 प्रतिशत और 0.1 प्रतिशत तक बढ़ा दिया गया है। वहीं, सभी वित्तीय और गैर-वित्तीय परिसंपत्तियों पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस को बढ़ाकर 12.5 प्रतिशत कर दिया गया है, जो पहले 10 प्रतिशत था।

बाजार को क्यों लगी भारी चोट

बाजार को क्यों लगी भारी चोट

एसटीटी बढ़ोतरी का फैसला ट्रेडिंग वॉल्यूम्स में हो रही भारी वृद्धि के कारण लिया गया है। मार्केट रेगुलेटर्स इस उछाल से चिंतित थे और इसे नियंत्रित करने के लिए यह कदम उठाया गया। वहीं, लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस टैक्स में वृद्धि से निवेशकों की लाभांश पर अधिक कर देयता हो जाएगी, जिससे निवेशकों में निराशा बढ़ी है।

निचले और मध्यम आय वर्ग को राहत

हालांकि, इन परिवर्तनाओं के बीच, वित्त मंत्री ने कुछ राहत भी दी है। वित्तीय परिसंपत्तियों पर पूंजीगत लाभ की छूट सीमा को बढ़ाकर प्रति वर्ष 1.25 लाख रुपये कर दिया गया है। यह बदलाव निचले और मध्यम आय वर्ग के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

स्टॉक मार्केट की प्रतिक्रिया

स्टॉक मार्केट की प्रतिक्रिया

प्रस्तावों के बाद निवेशकों में बेचैनी बढ़ गई है, जिससे बाजार में भारी बिकवाली हुई। व्यापारी और निवेशक वित्त मंत्री के प्रस्तावित बदलावों पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और उनके अनुसार अपनी रणनीतियों को समायोजित करने का प्रयास कर रहे हैं।

भविष्य की दिशा

अभी यह देखना बाकी है कि यह बाजार में अस्थिरता कितनी देर तक बनी रहती है। वित्त मंत्री के प्रस्तावों पर अधिक स्पष्टता मिलने के बाद ही संभावित बाजार स्थिरता की उम्मीद की जा सकती है।

निवेशकों को सलाह

निवेशकों को सलाह

विश्लेषकों ने निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। किसी भी प्रकार के निर्णय लेने से पहले उन्हें बाजार की मौजूदा परिस्थितियों का बारीकी से विश्लेषण करने की सलाह दी जा रही है। बाजार की अस्थिरता के चलते जल्दबाजी में लिए गए फैसले निवेशकों को भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं।