प्रसिद्ध मराठी अभिनेता विजय कदम का कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद निधन

कैसर से जूझते हुए अंतिम सांस

प्रसिद्ध मराठी अभिनेता विजय कदम का शनिवार, 10 अगस्त, 2024 को कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद निधन हो गया। वो 68 साल के थे। विजय कदम, जो अपने अभिनय की बहुमुखी शैली के लिए जाने जाते थे, ने सोच समझ कर हास्य और गंभीर किरदार निभाए। मगर, पिछले वर्ष से कैंसर से जूझते हुए, वे अंततः इसका शिकार हो गए।

कदम की मृत्यु की पुष्टि अभिनेता- मित्र जयवंत वडकर ने की, जिन्होंने कदम की प्रतिभा की सराहना की और मनोरंजन जगत में उनके खो जाने की कमी को व्यक्त किया।

अंत्येष्टि और यादगार योगदान

विजय कदम की अंत्येष्टि शनिवार दोपहर मुंबई के अंधेरी-ओशिवारा श्मशान में संपन्न होगी। कदम अपने पीछे पत्नी और पुत्र को छोड़ गए हैं।

विजय कदम ने मराठी थिएटर और सिनेमा में अपने कदम बहुआयामी भूमिकाओं से अंकित किए। उनके महत्वपूर्ण नाटकों में 'तुतर', 'विच्छा माजी पुरी करा' और 'पप्पा सांगा कुनाचे' प्रमुख थे, जबकि फिल्में में 'इर्सल कारत्ती' और 'दे दनादन' प्रसिद्ध हैं।

थिएटर और सिनेमा जगत में कदम का सफ़र

थिएटर और सिनेमा जगत में कदम का सफ़र

आगे बढ़ते हुए, हमें याद रखना होगा कि विजय कदम ने थियेटर जगत में एक नई पहचान स्थापित की। उनके नाटकों में वे हमेशा जीवन के विभिन्न पहलुओं को उजागर करते थे, जिससे दर्शक उनकी प्रत्येक प्रस्तुति का आनंद उठाते थे। 'पप्पा सांगा कुनाचे' जैसे नाटक ने सामाजिक मुद्दों पर चर्चा को बढ़ावा दिया।

कदम ने न सिर्फ थिएटर तक सीमित रहकर अपने अद्भुत अभिनय का प्रदर्शन किया, बल्कि मराठी सिनेमा में भी अपने अलग पहचान बनाई। उन्होंने 'इर्सल कारत्ती' और 'दे दनादन' जैसी फिल्मों में मुख्य भूमिकाएँ निभाईं और अपने जीवंत प्रदर्शन से दर्शकों का दिल जीत लिया।

कैंसर से संघर्ष

विजय कदम ने पिछले साल से कैंसर के खिलाफ अपनी लड़ाई शुरू की थी। वे इस बीमारी से लड़ते हुए भी आत्म-विश्वासी बने रहे और समय-समय पर अपने प्रशंसकों के साथ अपने स्वास्थ्य की जानकारी साझा करते रहे।

हालांकि, इस गंभीर बीमारी का प्रभाव कदम की जीवन शैली पर स्पष्ट रूप से देखा जा सकता था। उनके करीबी मित्र और परिवार के सदस्य उनके संघर्ष के साक्षी रहे और उन्हें हौसला दिया।

यादों का संसार

यादों का संसार

आज विजय कदम भले ही हमारे बीच नहीं रहे, लेकिन उनकी यादें हमेशा जीवित रहेंगी। उनकी कला और योगदान हमें सदा प्रेरित करते रहेंगे। वे हमें हंसी और विचारशीलता के मिश्रण का एक उत्तम उदाहरण देकर गए हैं।

कदम की अद्वितीय अदाकारी का योगदान हमेशा मराठी थियेटर और सिनेमा में स्मरणीय रहेगा। उनकी भूमिकाएँ, चाहे वे हास्य हों या गंभीर, उनमें एक अनूठी छाप छोड़ने की क्षमता थी।

विजय कदम जैसे प्रतिभाशाली अभिनेता का निधन मराठी मनोरंजन जगत के लिए एक बड़ा झटका है। लेकिन उनकी कला और प्रतिबद्धता हमें सदा प्रेरित करती रहेगी।