BookMyShow ने शुब्ह के भारत टूर को रद्द किया, खालिस्तान विवाद की मार

जब शुब्ह (शुब्हनीत सिंह), सिंगर‑रैपर ने भारत में अपना Still Rollin Tour for IndiaIndia शुरू करने की योजना बनाई, तब से हलचल खड़े होने लगी। 26‑वर्षीय इस कलाकार ने तीन महीने, 12 शहरों में शो करने का इरादा बताया था, लेकिन BookMyShow ने 20 सितंबर 2023 को टूर रद्द कर दिया।

परिवेश और प्रारंभिक योजना

टूर की पहली तारीख मुंबई के लिए 23‑25 सितंबर निर्धारित थी। इसके बाद बेंगलुरु, दिल्ली, हैदराबाद, कोलकाता सहित कुल 12 शहरों में प्रदर्शन होने वाले थे। करीब 150 सेकंड के गाने वाले शुब्ह ने इस दौरे को अपनी करियर की सबसे बड़ी स्टेज मानते हुए मार्केटिंग टीम के साथ मिलकर टिकट बिक्री शुरू की थी। देर नहीं हुई, सोशल मीडिया पर इस घोषणा ने हजारों फैंस को उत्साहित कर दिया।

खालिस्तान विवाद की जड़ें

समाज में टूर को लेकर गर्मी तब शुरू हुई, जब शुब्ह ने 2023 की शुरुआत में दो इंस्टा‑स्टोरीज शेयर कीं, जिनमें भारत का मानचित्र दिखाया गया था, पर पंजाब और जम्मू‑कश्मीर को छोड़ दिया गया था। यह कदम कई लोग ‘देशभक्ति के खिलाफ’ मानते हुए नफ़रत भड़काने वाला माना।

साथ ही, उस समय भारत‑कनाडा संबंध तनावपूर्ण थे। अमरित्पाल सिंह के ‘वारिस पंजाब दे’ समूह की मंशा को लेकर भारत ने असम के डिब्रुगरह जेल में उसे बंद कर दिया था, और कैनाडा के साथ राजनयिक टकराव चल रहा था। शुब्ह की इंस्टा‑स्टोरी को कई लोग इस ‘खालिस्तान’ आंदोलन के समर्थन के रूप में देख रहे थे।

बुकमायशो का निर्णय और प्रतिक्रिया

परिणामस्वरूप, BookMyShow ने 20 सितंबर को आधिकारिक तौर पर बताया कि टूर ‘रद्द’ है और सभी टिकट‑होल्डर्स को 7‑10 कार्यदिवस में मूल भुगतान माध्यम में रिफंड मिलेगा। कंपनी की घोषणा में कारण का स्पष्ट उल्लेख नहीं किया गया, लेकिन सोशल‑मीडिया में चल रहे ’बॉयकॉट’ आंदोलनों और स्पॉन्सर boAt के समर्थन वापस लेने के बाद दबाव स्पष्ट था।

एक टिप्पणी में बुकमायशो ने कहा, “हम अपने ग्राहकों के हित को प्राथमिकता देते हैं और इस प्रकार की संवेदनशील स्थिति में सभी टिकट‑होल्डर्स को पूर्ण रिफंड प्रदान कर रहे हैं।” दर्शकों ने इस फैसले पर मिश्रित भावनाएँ जताई – कुछ ने इसे “जिम्मेदार निर्णय” कहा, तो कुछ ने “बिल्कुल अनावश्यक” कहा, क्योंकि उन्होंने कहा कि कलाकार का व्यक्तिगत विचार मंच से अलग होना चाहिए।

आर्थिक और सामाजिक प्रभाव

टूर रद्द होने से कई छोटे‑बड़े व्यावसायिक इकाइयाँ प्रभावित हुईं। स्थानीय कॉन्सर्ट हॉल, साउंड‑इंजीनियर, सुरक्षा कर्मी और स्टेज सेट‑अप वाले ठेकेदारों को संभावित आय का नुकसान हुआ। मुंबई में 3‑दिवसीय शो के लिए अनुमानित रेवेन्यू लगभग ₹ 2.5 करोड़ था, जो अब रिफंड के कारण असफल हो गया।

सामाजिक स्तर पर इस घटना ने ‘कला बनाम राजनीति’ की बात को फिर से उठाया। कई फैंस ने कहा कि संगीत को राजनीति से अलग रखना चाहिए, जबकि अन्य ने तर्क दिया कि कलाकार की व्यक्तिगत राय सार्वजनिक मंच पर भी प्रभाव डालती है, खासकर जब वह राष्ट्रीय एकता जैसी संवेदनशील मुद्दों को छूती है।

भविष्य की संभावनाएँ और निष्कर्ष

शुब्ह ने अभी तक कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है, लेकिन उनकी मैनेजमेंट टीम ने कहा कि “हम सभी प्रशंसकों के समर्थन के लिए धन्यवाद देते हैं और भविष्य में उचित समय पर भारत में फिर से परफॉर्म करने की योजना बना रहे हैं।” वहीं, बुकमायशो ने अपने प्लेटफ़ॉर्म पर ‘संवेदनशील टाइमिंग’ के बारे में नयी पॉलिसी की घोषणा की है।

क्या यह फैसला भविष्य में अन्य अंतरराष्ट्रीय कलाकारों के भारतीय टूर को प्रभावित करेगा? समय बताएगा, पर इस घटना ने साबित कर दिया कि सामाजिक मीडिया की तेज़ी और राजनयिक तनाव संगीत उद्योग को भी हिला सकते हैं।

  • टूर के रद्द होने के बाद बुकमायशो ने 100 % रिफंड का वादा किया।
  • टूर में कुल 12 शहरों में 36 शो किए जाने थे।
  • शुब्ह की उम्र 26 वर्ष, पैनजाब में जन्मे।
  • बो at ने स्पॉन्सरशिप वापस ली, कारण ‘कंट्रोवर्सी’।
  • इंस्टा‑स्टोरी ने ‘पंजाब, जम्मू‑कश्मीर’ को काढा, जिससे विरोधी आंदोलन तेज़ हुआ।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

शुब्ह के टूर रद्द होने से फैंस पर क्या असर पड़ा?

फैंस को अंतिम मिनट में टिकट रिफंड के कारण निराशा झेलनी पड़ी। कई लोग टिकट खरीदे थे और यात्रा की योजना बना रहे थे, इसलिए रिफंड की प्रक्रिया 7‑10 दिन तक चलने से उन्होंने अतिरिक्त खर्च संभाले। फिर भी बुकमायशो ने जल्दी रिफंड करके काफ़ी भरोसा बचाया, इसलिए अधिकांश फैंस ने इस कदम की सराहना की।

क्या बुकमायशो की इस कार्रवाई से अन्य इवेंट प्लेटफ़ॉर्म्स को असर होगा?

संभावना है। बुकमायशो ने दिखाया कि सार्वजनिक दबाव और राजनयिक तनाव के बीच प्लेटफ़ॉर्म को तेजी से निर्णय लेना पड़ता है। इस कारण अन्य प्लेटफ़ॉर्म्स अपने टर्म्स‑एंड‑कंडीशन्स में ‘सेंसिटिव इवेंट्स’ के लिए क्लॉज़ जोड़ सकते हैं, ताकि भविष्य में समान स्थिति में जल्दी कार्रवाई कर सकें।

खालिस्तान विवाद का संगीत उद्योग पर क्या दीर्घकालिक असर हो सकता है?

यह विवाद एक चेतावनी है कि कलाकारों की सामाजिक‑राजनीतिक राय भी व्यावसायिक परिणामों को प्रभावित कर सकती है। यदि भविष्य में ऐसे ही मुद्दों पर सार्वजनिक प्रतिक्रिया तेज़ी से बढ़ती है, तो प्रोमोशन कंपनियां और लेबल्स अपने कलाकारों की सार्वजनिक पोस्ट को पहले से मॉनिटर कर सकते हैं, जिससे रचनात्मक स्वतंत्रता पर प्रतिबंध आ सकता है।

बो at ने स्पॉन्सरशिप क्यों वापस ली?

बो at ने कहा कि कंपनी को ‘ब्रांड इमेज’ की रक्षा के लिए कदम उठाने पड़े, क्योंकि शुब्ह पर खालिस्तान समर्थक होने की अफवाहें तेजी से फैली थीं। इस तरह की संवेदनशीलता वाले मुद्दे में ब्रांड की जुड़ी जिम्मेदारी को देखते हुए, उन्होंने तुरंत समर्थन वापस खींच लिया।

क्या शुब्ह फिर से भारत में परफॉर्म करेगा?

शुब्ह की मैनेजमेंट ने संकेत दिया है कि वे ‘उचित समय पर’ भारत में फिर से कन्सर्ट करेंगे। उन्होंने कहा कि यह निर्णय ‘वर्तमान सामाजिक माहौल’ के आधार पर लिया जाएगा, और किसी भी विवाद को बचाने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरती जाएगी।