भारत महिला टीम ने ओल्ड ट्रैफ़र्ड में इंग्लैंड को 6 विकेट से हराया, 3-1 पर सीरीज जीत पक्का

मैच की मुख्य बातें

मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफ़र्ड मैदान में 4वें टी20I में भारत महिला टीम ने इंग्लैंड को 6 विकेट से हराते हुए 3-1 पर सीरीज जीत ली। टॉस जीत कर भारत ने पहले इंग्लैंड को फ़िल्ड पर रखा और उनके 20 ओवरों में 126/7 स्कोर को सीमित किया। भारतीय गेंदबाज़ी ने लगातार दबाव बनाये रखा, जिससे इंग्लैंड की मध्यक्रम में कोई बड़ा साझेदारी बन पाई नहीं।

इंग्लैंड की ओर से टैंमी ब्यूशो को कप्तानी में रखकर सोफ़िया डंकली और डैनिएल वायट-हॉज ने ओपनिंग की, पर घातक बैंडिंग और सटीक लाइन‑ऑफ़ से उन्हें जल्दी ही कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। एमी जोन्स को विकेट‑कीपर के रूप में रखा गया, जबकि मध्यक्रम में एलिस कैप्सी, पैजी स्कॉलफ़ील्ड और लेटेस्ट बॉलरों की लाइन‑अप ने भी ज्यादा रन नहीं बना पाए।

भारत महिला क्रिकेट ने लक्ष्य प्राप्ति में भी अपना दम दिखाया। ओपनर स्मृति मंदाना और शफाली वर्मा ने प्रारम्भिक अछूते खेल के साथ टीम को स्थिर किया। जेमिमा रॉड्रिग्ज़ ने नंबर तीन पर प्रवेश करके मैच‑सिचुएशन को संभाला। मध्यक्रम में कैप्टन हरमनप्रीत कौर ने शान्त लेकिन प्रभावी खेलते हुए टीम को लक्ष्य तक पहुँचाया। रिचा घोष ने विकेट‑कीपर की भूमिका में बहुत अच्छे स्कॉर बनाए, साथ ही कई महत्वपूर्ण कैच भी लिये।

आरक्षित खिलाड़ी अमेंजोत कौर ने भी बल्लेबाज़ी में गहराई प्रदान की। गेंदबाज़ी में दीप्ति शर्मा, रेडा यादव, अरुंधती रेड्डी, स्नেহ राणा और श्री चारनी ने मिलकर इंग्लैंड को सिर्फ 126 रन पर रोक दिया। उनका सटीक लाइन‑ऑफ़ और विविध गति ने इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों को बार‑बार असहज किया।

तीसरे टी20I में 172 रन के लक्ष्य का पीछा करने में भारत शोरूम के डाउन पर हार गया था। लेकिन पहले दो जीतों का भरोसा और इस जीत ने टीम को फिर से आत्मविश्वास दिला दिया। इंग्लैंड की ओर से टीम ने इस हार के बाद भी कुछ सकारात्मक पहलू दिखाए, पर कुल मिलाकर भारत ने इस मैच में सभी पहलुओं में बेहतर प्रदर्शन किया।

सीरीज का भविष्य और आगे की राह

सीरीज का भविष्य और आगे की राह

अब पाँचवें और आखिरी टी20I का मंच तैयार है। चूँकि सीरीज पहले ही तय हो चुकी है, दोनों टीमें इस मैच को प्रयोगात्मक रूप से देख रही हैं। भारत के कोचिंग स्टाफ के लिये यह मौका है कि वे टीम में नए खिलाड़ियों को मौका दें और रणनीतियों को परखें, ताकि भविष्य के बड़े टूर्नामेंट में और बेहतर प्रदर्शन किया जा सके।

इंग्लैंड के लिए यह आखिरी अवसर है कि वे अपनी कमजोरी को पहचान कर सुधारें और सीरीज को सकारात्मक दिशा में समाप्त करें। उनके युवा खिलाड़ियों को इस मैच में दबाव के तहत खेलने का अनुभव मिलेगा, जो आगे के मैचों में उपयोगी सिद्ध होगा।

सीरीज जीत ने भारत महिला टीम के मनोबल को काफी ऊँचा कर दिया है। अगली वार्षिक टूर्नामेंट, जैसे विश्व कप और एशिया कप, के लिये यह जीत एक अच्छा संकेत है कि टीम ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार प्रदर्शन करने की क्षमता विकसित कर ली है।

  • मुख्य स्कोरर: स्मृति मंदाना, शफाली वर्मा, जेमिमा रॉड्रिग्ज़
  • सबसे असरदार गेंदबाज़: दीप्ति शर्मा, रेडा यादव, स्नेह राणा
  • कप्तान: हरमनप्रीत कौर
  • विकेट‑कीपर: रिचा घोष

आगे के मैचों में टीम के युवा खिलाड़ियों को अधिक अवसर मिलना चाहिए, साथ ही मौजूदा कोर खिलाड़ियों को भी अपनी फॉर्म बनाए रखने की जरूरत है। इस तरह भारत महिला क्रिकेट का भविष्य उज्ज्वल दिखता है, और इंग्लैंड जैसी टीम के खिलाफ जीतने से नई उम्मीदें जगती हैं।