IND vs BAN टेस्ट में शूबमन गिल के प्रदर्शन पर उठे सवाल, सोशल मीडिया पर आलोचना की बौछार

गिल के शून्य पर आउट होने का घटनाक्रम

19 सितम्बर 2024 को चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेले गए भारत-बांग्लादेश पहले टेस्ट मैच में शूबमन गिल का आउट होना एक ऐसा पल था जिसने क्रिकेट जगत को हिला दिया। बांग्लादेश के तेज गेंदबाज हसन महमूद की एक गेंद पर, जो लेग साइड की ओर जा रही थी, गिल ने एक खराब शॉट खेला और बांग्लादेश के विकेटकीपर लिटन दास ने उन्हें आसानी से कैच आउट कर दिया।

सोशल मीडिया पर जोरदार आलोचना

गिल के इस प्रदर्शन ने सोशल मीडिया पर नाराजगी की लहर पैदा कर दी। प्रशंसकों और क्रिकेट विशेषज्ञों ने गिल की टेस्ट क्रिकेट में असफलताओं पर सवाल खड़े किए। कई यूजर्स ने गिल को 'ओवररेटेड' बताते हुए कहा कि उनकी औसत प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें टेस्ट टीम से बाहर किया जाना चाहिए। एक यूजर ने यह भी कहा कि गिल का टेस्ट औसत 35 है, जो 25 मैचों के बाद निराशाजनक है और उन्हें अब ड्रॉप करना चाहिए।

अन्य खिलाड़ियों से तुलना

गिल के प्रदर्शन की तुलना दूसरे खिलाड़ियों से भी कई उपयोगकर्ताओं ने की। कुछ ने कहा कि गिल को टीम में केवल पीआर निवेश के कारण रखा गया है, न कि उनकी वास्तविक प्रदर्शन के आधार पर। इस तरह की आलोचनाओं का शिकार गिल कई मौकों पर हो चुके हैं। सोशल मीडिया पर कईयों ने उन्हें मजाक में 'भारतीय क्रिकेट का बाबर आजम' भी कहा, यह दर्शाते हुए कि गिल टीम में सिर्फ नाम और प्रचार के कारण ही शामिल हैं।

रिषभ पंत की वापसी

एस समय जब गिल को भारी आलोचना का सामना करना पड़ रहा था, वहीँ दूसरी तरफ रिषभ पंत की टेस्ट क्रिकेट में 632 दिनों के बाद वापसी की खबर ने कुछ राहत प्रदान की। पंत की वापसी से भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों ने यह उम्मीद जताई कि उनकी मौजूदगी टीम के लिए फायदेमंद साबित होगी।

गिल के प्रदर्शन के आँकड़े

गिल के हालिया टेस्ट स्कोर का अगर विश्लेषण किया जाए तो उनके प्रदर्शन में असंगतता साफ नजर आती है। टेस्ट क्रिकेट में उनकी औसत 35 रही है, जो एक शीर्ष क्रम की बल्लेबाज के लिए पर्याप्त नहीं मानी जाती। गिल के प्रदर्शन के बारे में बताते हुए कुछ प्रशंसकों ने उनके पिछले टेस्ट मैचों के स्कोर भी साझा किए, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि गिल ने हाल के दिनों में कुछ खास योगदान नहीं दिया है।

क्यों महत्वपूर्ण है गिल का प्रदर्शन?

शूबमन गिल की आलोचना का दूसरा पहलू यह भी है कि उन पर काफी उम्मीदें थीं और एक उज्ज्वल भविष्य देखा जा रहा था। गिल की प्रतिभा को सबने सराहा था, लेकिन उनके प्रदर्शन में असंगतता ने प्रशंसकों को निराश किया है। गिल का अच्छा प्रदर्शन न सिर्फ उनके करियर को स्थायित्व देगा, बल्कि भारतीय क्रिकेट टीम को भी मजबूती प्रदान करेगा।

आखिरकार, प्रदर्शन ही किसी खिलाड़ी को टीम में बनाए रखता है और गिल के लिए अब जरूरी हो जाता है कि वह अपनी ताकत और क्षमता को मैदान पर साबित करें। भारतीय क्रिकेट के प्रशंसक और विशेषज्ञ उनसे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद जरूर रखते हैं और अब यह गिल पर निर्भर करता है कि वह इन उम्मीदों पर किस हद तक खरे उतर पाते हैं।