IND A vs SA A: टानुश कोटियन ने 4 विकेट, जॉर्डन हरमैन की 71 रन की पारी पर दिन का अंत

30 अक्टूबर, 2025 को एक अनूठी शुरुआत हुई—एक अनौपचारिक टेस्ट मैच का पहला दिन, जहां दक्षिण अफ्रीका ए ने 85.2 ओवर में 299 रन बनाए और भारत ए के बाएं हाथ के स्पिनर टानुश कोटियन ने 23 ओवर में 4 विकेट लेकर अपनी गेंदबाजी से धूम मचा दी। यह मैच एक अज्ञात स्थान पर खेला गया, लेकिन इसका असर भारतीय क्रिकेट के भविष्य पर जरूर पड़ेगा। भारत ए ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया, और उनकी इस रणनीति ने पूरे दिन का माहौल तय कर दिया।

दक्षिण अफ्रीका ए की बल्लेबाजी: शांति और ठोस निर्माण

दक्षिण अफ्रीका ए की पारी शांति से शुरू हुई, लेकिन धीरे-धीरे यह एक ठोस बुनियाद बन गई। जॉर्डन हरमैन ने 141 गेंदों में 71 रन बनाए—एक बल्लेबाज जो अपनी टेक्निक और धैर्य के लिए जाने जाते हैं। उनकी पारी में कोई झटका नहीं था, कोई जल्दबाजी नहीं। उन्होंने अपने टीम को एक अच्छा आधार दिया, जबकि अन्य बल्लेबाज बार-बार गिर गए। आठ विकेट 150 रन पर गिर चुके थे, लेकिन अंत तक टीम ने 300 के पार का रन बनाने का लक्ष्य पूरा कर लिया। यह उसी तरह की पारी है जो पिछले दो वर्षों में भारत ए के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका ए ने बनाई है—धीमी, लेकिन अटूट।

टानुश कोटियन: गोवा का अज्ञात चमत्कार

लेकिन दिन का सच्चा चमत्कार टानुश कोटियन थे। गोवा के इस बाएं हाथ के ऑर्थोडॉक्स स्पिनर ने अपने 23 ओवरों में 83 रन देकर 4 विकेट लिए—यह भारत ए के लिए दिन की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी थी। कोटियन की गेंदें जमीन पर बहुत अच्छी तरह से लग रही थीं, और उन्होंने बल्लेबाजों को बार-बार गलत फैसले लेने पर मजबूर किया। एक बल्लेबाज ने बाहर की गेंद पर लेट गया, एक ने ड्राइव के लिए आगे बढ़ गया और लेग साइड पर कैच दे दिया। उनकी गेंदबाजी का औसत 3.61 रन प्रति ओवर था—एक अच्छा आंकड़ा, खासकर जब बल्लेबाज अच्छी तरह से खेल रहे थे।

कोटियन का नाम अभी तक बड़े टूर्नामेंट्स में नहीं चला है, लेकिन अब वह एक नया नाम बन गया है। बीसीसीआई के विकास टीम के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है—जब तक एक खिलाड़ी अपनी क्षमता को दिखा देता है, तब तक वह टीम में जगह बना सकता है। कोटियन अब वही हैं जिन्हें भारतीय टीम के चयनकर्ता नजरअंदाज नहीं कर सकते।

अनौपचारिक टेस्ट, वास्तविक अवसर

यह मैच अनौपचारिक है, लेकिन इसका महत्व बहुत बड़ा है। यह दक्षिण अफ्रीका ए के भारत दौरे का पहला मैच है, जो 2025-26 के क्रिकेट कैलेंडर का एक हिस्सा है। इसके बाद 6-9 नवंबर को दूसरा अनौपचारिक टेस्ट होगा, और फिर तीन मैचों की लिस्ट ए सीरीज। लेकिन इससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण बात यह है कि इसके बाद दक्षिण अफ्रीका की टीम नेशनल टीम के रूप में भारत का दौरा करेगी—13 नवंबर को कोलकाता में टेस्ट, 30 नवंबर को रांची में वनडे, और 9 और 11 दिसंबर को कटक में टी20आई।

इसलिए यह अनौपचारिक मैच बस एक प्रैक्टिस मैच नहीं है। यह एक परीक्षा है। एक ऐसी परीक्षा जहां नए खिलाड़ियों को देखा जाता है, जिन्हें अगले दो महीनों में बड़े टूर्नामेंट में उतारा जा सकता है। बीसीसीआई के अध्यक्ष रोजर बिन्नी और सीईओ हेमंग अमिन के लिए यह एक अवसर है। दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट के अध्यक्ष हरून लॉर्गट और सीईओ नासेई प्रोबेट्स के लिए भी।

भविष्य की दिशा: क्या अब टानुश कोटियन भारतीय टीम का हिस्सा बन सकते हैं?

पिछले दो वर्षों में भारतीय टीम ने अपने स्पिनर्स के लिए एक नई रणनीति अपनाई है—कम ओवर में अधिक विकेट। लेकिन जब बल्लेबाज अच्छी तरह से खेल रहे हों, तो धैर्य और निरंतरता की जरूरत होती है। टानुश कोटियन इसी तरह के खिलाड़ी हैं। वह रन देने से डरते नहीं, लेकिन विकेट लेने के लिए तैयार हैं।

अगर वह अगले टेस्ट में भी ऐसा ही प्रदर्शन करते हैं, तो उनका नाम भारतीय टीम के लिए एक विकल्प बन जाएगा। रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा के बाद, भारत के लिए एक बाएं हाथ के स्पिनर की जरूरत है। और अगर टानुश ने अपनी गेंदबाजी के जरिए यह साबित कर दिया कि वह दबाव में भी शांत रह सकते हैं, तो उनका नाम अगले टेस्ट सीरीज के लिए चयन सूची में जरूर आएगा।

क्या आगे क्या है?

अगला अनौपचारिक टेस्ट 6-9 नवंबर को होगा, लेकिन अभी तक स्थान का खुलासा नहीं हुआ है। लेकिन यह निश्चित है कि दोनों टीमें अपने खिलाड़ियों को और ज्यादा चुनौती देंगी। लिस्ट ए सीरीज के बारे में भी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन यह भी एक अवसर होगा—खासकर उन खिलाड़ियों के लिए जो वनडे टीम के लिए तैयार हैं।

दक्षिण अफ्रीका ए के लिए यह दौरा उनके युवा खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा परीक्षण है। भारत के मैदान पर खेलना, गर्मी में गेंदबाजी करना, और एक ऐसी टीम के खिलाफ खेलना जो अपने नए खिलाड़ियों को बहुत ज्यादा चाहती है—यह सब एक अनुभव है जिसे कोई भी अकादमी नहीं दे सकती।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

टानुश कोटियन कौन हैं और वे कहाँ से हैं?

टानुश कोटियन गोवा के एक बाएं हाथ के ऑर्थोडॉक्स स्पिनर हैं, जो भारत ए टीम के लिए खेलते हैं। वे राष्ट्रीय स्तर पर अभी तक बहुत कम जाने जाते हैं, लेकिन इस मैच में उनके 4 विकेट ने उन्हें चयनकर्ताओं की नजर में ला दिया है। उनकी गेंदबाजी की शैली धैर्य और निरंतरता पर आधारित है, जो टेस्ट क्रिकेट के लिए बहुत उपयोगी है।

जॉर्डन हरमैन का नाम क्यों अहम है?

जॉर्डन हरमैन दक्षिण अफ्रीका ए के टॉप स्कोरर थे, जिन्होंने 141 गेंदों में 71 रन बनाए। वे एक ऐसे बल्लेबाज हैं जिनकी टेक्निक बड़ी टीम के लिए उपयुक्त है। उनकी पारी ने दक्षिण अफ्रीका को एक मजबूत आधार दिया, और यह दिखाता है कि वे अगले दो महीनों में सीनियर टीम के लिए एक विकल्प बन सकते हैं।

इस अनौपचारिक टेस्ट का भारतीय टीम पर क्या प्रभाव पड़ेगा?

यह मैच भारतीय टीम के लिए एक टेस्ट के लिए एक बड़ा टेस्ट है। जिन खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया, उन्हें अगले टेस्ट सीरीज के लिए चयन की संभावना है। खासकर टानुश कोटियन जैसे खिलाड़ियों के लिए, जो अभी तक बड़ी टीम में नहीं आए हैं।

भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच अगले मैच कब होंगे?

अगला अनौपचारिक टेस्ट 6-9 नवंबर, 2025 को होगा, लेकिन स्थान अभी घोषित नहीं हुआ है। इसके बाद तीन लिस्ट ए मैच होंगे। फिर 13 नवंबर को कोलकाता में सीनियर टीम के बीच पहला टेस्ट शुरू होगा।

क्या यह टूर भारत के लिए विकास के लिए महत्वपूर्ण है?

बिल्कुल। भारत ए टीम के लिए यह एक अवसर है कि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलें। यह खिलाड़ियों को दबाव, गर्मी और अलग टीमों के खिलाफ खेलने का अनुभव देता है। बीसीसीआई के लिए यह एक रणनीति है—जिससे उनके युवा खिलाड़ियों को टेस्ट क्रिकेट की चुनौतियों से परिचित कराया जा सके।

क्या दक्षिण अफ्रीका ए की टीम में कोई ऐसा खिलाड़ी है जो भविष्य में बड़ी टीम में आ सकता है?

जॉर्डन हरमैन के अलावा, उनके टीम के कई युवा बल्लेबाज और गेंदबाज भी दिख रहे हैं। विशेष रूप से उनके ऑलराउंडर्स और तेज गेंदबाज जिन्होंने इस मैच में अच्छा प्रदर्शन किया, वे भविष्य में दक्षिण अफ्रीका की टीम के लिए एक अच्छा विकल्प बन सकते हैं।