प्रधानमंत्री मोदी ने किया वाराणसी में नेत्र अस्पताल का उद्घाटन, बिहार में शंकर अस्पताल की मांग करी

वाराणसी में नेत्र चिकित्सा का नया केन्द्र

रविवार, 20 अक्टूबर 2024 का दिन वाराणसी के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण दिन साबित हुआ जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरजे शंकरा नेत्र अस्पताल का उद्घाटन किया। यह अस्पताल कांची मठ द्वारा संचालित है और देश का 14वां नेत्र अस्पताल है जो नेत्र चिकित्सा और परामर्श की व्यापक सेवाएं प्रदान करेगा। इसके उद्घाटन के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वाराणसी के इस अस्पताल से पूर्वांचल के 20 जिलों के साथ-साथ सीमावर्ती बिहार, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के नागरिकों को फायदा होगा।

अस्पताल प्रति वर्ष 30,000 नेत्र शल्यचिकित्सा निःशुल्क करने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने मठ के शंकराचार्य से मुलाकात की और पूर्व शंकराचार्य की प्रतिमा के समक्ष श्रद्धांजलि भेंट की। उन्होंने इस अवसर पर वहां लगाए गए एक प्रदर्शनी का भी दौरा किया। इस मौके पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित थे।

वाराणसी का स्वास्थ्य के क्षेत्र में उभरता चेहरा

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि काशी अब स्वास्थ्य सेवाओं का बड़ा केंद्र बनकर उभरेगा। उन्होंने कहा कि पिछले दशक में 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर आए हैं और सरकार इस बात पर विशेष ध्यान दे रही है कि लोग स्वस्थ रहें। उन्होंने इस अवसर पर वाराणसी को स्वास्थ्य सेवाओं का केंद्र बनाने की दिशा में सरकार के प्रयासों की जानकारी दी।

प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि सरकार का उद्देश्य हर नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है और इस दिशा में अब काशी में भी उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी। देश के अन्य हिस्सों में भी कई स्वास्थ्य संस्थान खोले जा रहे हैं ताकि स्वास्थ्य सेवाओं का आधार मजबूत हो सके।

विकास की नई राह पर काशी

प्रधानमंत्री मोदी के वाराणसी दौरे में सिर्फ आरजे शंकरा नेत्र अस्पताल का उद्घाटन ही शामिल नहीं था। उनके दौरे की इस अवधि में उन्होंने शहर में कई विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया जिनमें हवाई अड्डा परियोजनाएं भी शामिल थीं। प्रधानमंत्री ने देशभर में कई नई हवाई अड्डा परियोजनाओं का शुभारंभ किया जिनकी कीमत 6,700 करोड़ रुपये से अधिक थी।

उन्होंने वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रनवे विस्तार, नए टर्मिनल भवन के निर्माण और अन्य संबंधित कार्यों की आधारशिला भी रखी। इस परियोजना की लागत 2,870 करोड़ रुपये आंकी जा रही है। यह परियोजना न केवल हवाई यातायात को बढ़ावा देगी, बल्कि वाराणसी और इसके आस-पास के क्षेत्रों के आर्थिक विकास में भी योगदान करेगी।

बिहार में शंकर अस्पताल की मांग का जिक्र

अपने वाराणसी दौरे में प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार में शंकर अस्पताल की स्थापना की मांग का जिक्र भी किया। इसके पीछे उनकी मंशा यह थी कि पूर्वी भारत के और इलाकों में आरजे शंकरा नेत्र अस्पताल जैसे संस्थान खोले जा सकें, जिससे वहां के लोगों को भी बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके।

प्रधानमंत्री के इस दौरे से यह साफ हो गया है कि सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र में बेहतर प्रबंधन और विकास के लिए कटिबद्ध है। बिहार में भी इस तरह के अस्पताल की नींव रखने से वहां के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी और इसके चलते स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर भी ऊपर उठेगा।

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वाराणसी दौरा स्वास्थ्य सेवा और विकास के प्रति उनकी संजीदगी को दर्शाता है। आरजे शंकरा नेत्र अस्पताल का उद्घाटन केवल एक कदम है, जो न केवल चुनावी दृष्टि से, बल्कि वास्तविक रूप से लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव ला सकता है। अब यह देखना होगा कि आने वाले समय में वाराणसी अन्य क्षेत्रों के मुकाबले किस स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में आगे बढ़ता है।