उत्तर और पूर्वी भारत के लिए राहत की खबर: मॉनसून ने पकड़ी रफ्तार
मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट ने लोगों की उम्मीदें बढ़ा दी हैं। जहां कई राज्यों में भीषण गर्मी से लोग बेहाल हैं, वहीं मॉनसून अब तेजी से उत्तर भारत की ओर बढ़ रहा है। जून की तपती दोपहरें अब जल्द ही ठंडी फुहारों में बदल सकती हैं।
बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में 17-18 जून के बीच मॉनसून की दस्तक होने की संभावना जताई गई है। इन राज्यों में खेतों से लेकर सड़कों तक लोग इस बारिश का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। चट्टी-चौराहों पर अब मौसम की चर्चा सबसे ज्यादा है, क्योंकि हर किसी की नजरें आसमान पर टिकी हैं कि कब बादल बरसेंगे।
छत्तीसगढ़ और ओडिशा में मॉनसून अगले दो दिनों में पहुंचने का अनुमान है, यानी इन इलाकों में भी किसानों की उम्मीदें फिर से जाग उठी हैं।

यूपी, दिल्ली और NCR: गर्मी से राहत कब?
उत्तर प्रदेश के लिए भी अच्छी खबर है। मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि 17-19 जून के बीच पूर्वी यूपी के कई जिलों—जैसे महाराजगंज, कुशीनगर—में तेज बारिश हो सकती है। बाकी जिलों में भी बदली और हल्की बारिश का सिलसिला शुरू हो जाएगा। हालांकि पश्चिमी यूपी के जैसों—झांसी, आगरा—में heatwave की वजह से अभी दिक्कत बनी रह सकती है, लेकिन अगले कुछ दिनों में राहत मिलनी पक्की मानी जा रही है।
दिल्ली-NCR की बात करें तो 16-22 जून के दौरान हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। 15 जून को आंधी-तूफान के साथ 50-60 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवा चलने की चेतावनी भी जारी की गई है। दिल्ली-NCR में लगातार 45 डिग्री के तापमान ने लोगों को परेशान कर रखा है, लेकिन बारिश के बाद मौसम सुहाना हो जाएगा। शुक्रवार यानी 14 जून को हुई हल्की बूंदाबांदी ने लोगों को कुछ पल की राहत दी, लेकिन अगले हफ्ते से तापमान में गिरावट की संभावना है।
इससे पहले ही मौसम विभाग ने दिल्ली-NCR के लिए 15 जून को ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। पंजाब, हरियाणा और यूपी के कुछ हिस्सों में भी इसी दौरान छिटपुट बारिश देखने को मिल सकती है। इससे इन इलाकों में भी गर्मी के तेवर थोड़े ढीले पड़ेंगे।
महाराष्ट्र के रायगढ़ और रत्नागिरी जिलों के लिए मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है—यहां भारी बारिश के आसार हैं। दूसरी ओर, दक्षिण भारत के राज्यों में भी मूसलाधार बारिश का दौर जारी है, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है। यह एक अजीब दृश्य है—उत्तर भारत में हीटवेव और दक्षिण में संभावित बाढ़।
राजस्थान जैसे राज्य अब भी भीषण गर्मी का सामना कर रहे हैं। वहां तापमान मॉनसून की आहट के बावजूद नीचे नहीं आ रहा है। लोगों को फिलहाल धैर्य रखना पड़ेगा, लेकिन उम्मीद है कि जल्द ही बादल इन इलाकों पर भी रहमत बरसाएंगे।
मौसम की इस करवट का असर सिर्फ तापमान पर नहीं, बल्कि किसानों, व्यापारियों और आम लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी पर भी दिख रहा है। देखते हैं, आने वाले हफ्ते मौसम कितनी राहत लेकर आता है।