चालीस वर्षों की दुश्मनी: इज़राइली हमलों के बीच गाज़ा जैसी स्थिति का सामना कर रहा लेबनान

लेबनान पर इज़राइली हवाई हमले: 40 वर्षों की दुश्मनी का नया अध्याय

हाल ही में इज़राइल और हिज़्बुल्लाह के बीच संघर्ष और भी बढ़ गया है, जब इज़राइल के हवाई हमलों ने लेबनान में तबाही मचा दी। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार, इन हमलों में अब तक 558 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं जबकि 1,645 लोग घायल हुए हैं। यह हमला उस समय शुरू हुआ जब हिज़्बुल्लाह के संचार उपकरणों को निशाना बनाकर कई धमाके किए गए, जिससे दर्जनों मौतें और हजारों की संख्या में लोग घायल हो गए। इस स्थिति ने लेबनान में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है।

हिज़्बुल्लाह ने अपने दो शीर्ष कमांडरों, इब्राहीम अकील और अहमद वहबी, की मौत की पुष्टि की है। ये दोनों कमांडर बेरूत के दहिये इलाके में इज़राइली हवाई हमले का शिकार हुए। दहिये इलाका हिज़्बुल्लाह का एक प्रमुख गढ़ है और यहां हुए हमले के बाद आपातकालीन दल तेजी से मौके पर पहुंचे, घायलों को बचाने और मलबे में फंसे लोगों को निकालने में जुट गए। इस हमले में कम से कम 31 लोग मारे गए, जिनमें तीन बच्चे और सात महिलाएं शामिल हैं, जबकि दर्जनों लोग घायल हुए।

हिज़्बुल्लाह पर इज़राइली हमलों की श्रृंखला

इज़राइली रक्षा बलों (IDF) के प्रवक्ता डेनियल हगारी के अनुसार, राधवान बलों के वरिष्ठ कमांडर अकील समेत कई उच्चस्तरीय अधिकारी और कमांडर एक इमारत के नीचे छुपे हुए थे, जब उन पर हमला हुआ। इस हमले से पहले इज़राइल ने दक्षिणी लेबनान पर व्यापक हवाई हमले किए, जिसमें 100 से अधिक हिज़्बुल्लाह रॉकेट लांचर्स और अन्य 'आतंकवादी स्थलों' को निशाना बनाया गया। इनमें एक हथियार भंडारण सुविधा भी शामिल थी।

यह संघर्ष तब और भी भड़क उठा जब 8 अक्टूबर 2023 को गाजा से हमास गनमेन ने इज़राइल पर एक अप्रत्याशित हमला किया। इसके बाद से, सैकड़ों लोग जान गंवा चुके हैं, जिनमें ज्यादातर हिज़्बुल्लाह के लड़ाके हैं, और सीमा के दोनों ओर से हजारों लोग विस्थापित हो चुके हैं। इज़राइल ने हाल ही में अपनी युद्ध घोषणाओं में उत्तरी क्षेत्र के विस्थापित लोगों की वापसी को भी शामिल किया है। इज़राइली रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने कहा है कि उनका देश युद्ध के 'नए चरण' में प्रवेश कर रहा है और अब उत्तरी क्षेत्र पर अधिक ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

हिज़्बुल्लाह की प्रतिक्रिया और आगे की रणनीति

हिज़्बुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह ने इज़राइल के खिलाफ कठोर सजा की प्रतिज्ञा की है, लेकिन संकेत दिया है कि उनका समूह इस संघर्ष को और बढ़ाना नहीं चाहता। नसरल्लाह ने स्वीकार किया कि उनके समूह को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है, विशेषकर उनके इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर हुए हमलों से। बावजूद इसके, उन्होंने अपने साथी इस्लामी समूह हमास के समर्थन में इज़राइल पर दैनिक हमले जारी रखने का वादा किया है।

लेबनान में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, विशेषकर पेजर और वॉकी-टॉकी धमाकों के बाद। लेबनानी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, दो दिनों के हमलों में 37 लोग मारे गए और लगभग 3,000 घायल हुए। इस संघर्ष में इज़राइल के दो सैनिक भी उत्तरी सीमा के पास लड़ाई में मारे गए हैं।

आगे की राह

इज़राइल-हिज़्बुल्लाह संघर्ष का इतिहास 40 वर्षों से अधिक समय से चला आ रहा है, जिसमें कभी-कभार गहन संघर्ष और कभी-कभार शांति रही है। हालिया वृद्धि ने एक पूर्ण युद्ध की आशंका बढ़ा दी है, और संयुक्त राष्ट्र की वरिष्ठ अधिकारी रोजमेरी डिकार्लो ने चेतावनी दी है कि मध्य पूर्व एक ऐसे संघर्ष के कगार पर है, जो अब तक देखे गए विनाश से भी अधिक हो सकता है।

यह संपूर्ण स्थिति न केवल मध्य पूर्व क्षेत्र के लिए बल्कि वैश्विक स्थिरता के लिए भी गंभीर खतरा है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की नजरें अब इस पर टिकी हैं कि क्या कोई राजनयिक समाधान निकालकर शांति स्थापित की जा सकती है या फिर यह संघर्ष एक बड़े युद्ध में तब्दील हो जाएगा।